Dr. Srimati Tara Singh
Administrator
Menu
होम
रचनाकार
साहित्य
कविता
गज़ल
गीत
पुस्तक-समीक्षा
कहानी
आलेख
हाइकु
शेर
मुक्तक
व्यंग्य
क्षणिकाएं
लघु-कथा
विविध
E-books
News
Press news
Political news
Paintings
More
Online magazine
रचानाएँ आमंत्रित
Softwares
Website directory
swargvibha forums
Site ranking tool
Contact Us
Audio Books
Online Special Edition
विविध
Previous
Next
Home
विविध
रूपा शर्मा
रूपा शर्मा
शुभ प्रभात
सहयोग करने के लिए
दूसरों को समझना
चावल अगर कुमकुम के साथ
निष्फलता के बाद
किस्मत आपके hath में नहीं होती
परिपक्वता का मतलब
बड़ों के अपमान से
कठोर कड़वे वचन का प्रयोग
खुल सकती है गाँठें
करे कोशिश अगर इंसान
आपकी नीयत से इश्वर प्रसन्न
आपकी नीयत से ईश्वर प्रसन्न
आज भी यही सच है
आपके अच्छे गुण
जीवन में जिस भय से
हर दिन कुछ ऐसा करें कि
क्रोध भी तब पुन्य बन जाता है
किसी के 'सलाह' से
किसी की 'सलाह' से
किसी की 'सलाह' से
मौन,शांत और चुप रहिये
दो ही वास्तविक धन
कभी अपनी दौलत देखनी हो
कभी अपनी दौलत देखनी हो
अपनी ताकत से लड़ना सीखिये
उतना ही कहो जितना
जितना हो सके खामोश रहना
सरयू घाट का सुर्जोदय
कडवी बात है लेकिन सच
जो गुजर चूका है
धरी और ख़ुशी
धैर्य और ख़ुशी
धैर्य और ख़ुशी
श्रीलंका से सूर्यास्त
सोच अगर गहरी हो
कमजोर लोगों की ही शिकायत होती है तक़दीर से
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ
Click to view