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Salim Pradeep

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May 24, 2024  
OUR GREAT SHAYARS
JANAB SIMAB AKBARABADI
(1882-1951)
SHER बनाम SHER
ख़ुदा और नाख़ुदा 1 मिलकर डुबो दें, यह तो मुमकिन है,
मेरी वजहे-तबाही 2 सिर्फ़ तूफां हो नहीं सकता।
- SIMAB AKBARABADI
1.माझी 2. तबाही का कारण

ख़ुदा ही का करम है मेरा तूफानों से बच जाना,
न की किस-किस ने कोशिश मेरी कश्ती डुबोने की।
                                  -'SALIM' PRADEE
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