Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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इंडियन सोसाइटी आफ आथर्स,नई दिल्ली,ने  एक्सीलेन्स अवार्ड-२०२४ गांव की माटी की सोंधी खुशबू लेखन के माध्यम से फैलाने एवं हाशिए की आवाज कविता , कहानी एवं उपन्यास के माध्यम से उठाने वाले श्री वरिष्ठ साहित्यकार,  नन्दलाल भारती को होटल तानिया प्रेसिडेंट इन, शिर्डी (महाराष्ट्र)के सभागार में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान कर सम्मानित किया।  
नन्दलाल भारती, एम.ए.(समाज शास्त्र) एल.एल.बी(आनर्स)  पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट की उच्च शिक्षित प्राप्त लेखन कर्म के माध्यम से साहित्यिक, सामाजिक एवं हाशिए के आदमी/ग्रामीण जीवन की सभ्यता-संस्कृति के उत्थान हेतु सृजनरत्, श्री भारती  उपन्यास -अमानत, चांदी की हंसुली, श्रापित आदमी,सूली का जीवन,बेटी,युद्धरत, गुनाह , कहानी संग्रह -गाल भर धुआं लघुकथा संग्रह -उखड़े पांव, गांठें एवं कविता संग्रह अनुभूति जैसी पठनीय एवं संग्रहणीय पुस्तकें लिख चुके हैं और साहित्य सृजन, साहित्यिक गतिविधियों  में संलग्न है।  प्रकाशित पुस्तकों के अतिरिक्त श्री भारती की कई प्रतिनिधि पुस्तकें एवं ई-बुक्स प्रकाशित हैं।

श्री भारती की रचनाएं प्रिण्ट एवं ई-पत्र-पत्रिकाओं  में प्रकाशित होती रहती हैं। आपके  साक्षात्कार भी पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। आप एक ब्लागर भी रह रहे हैं। आपकी रचनायें अन्तर्जाल पर खूब पढ़ी एवं सराही जा रही है। आपके उपन्यास चांदी की हंसुली के धारावाहिक प्रकाशन के साथ  लघुकथा पर लघु फिल्म भी बन चुकी है। शैक्षणिक संस्थान शोध कार्य भी कर चुके हैं। आपके सृजनकर्म पर विश्वविद्यालय में स्कालर पी.एच.डी.कर रहें हैं । सर्व विदित है कि साहित्यकार  श्री भारती के लेखकीय जीवन का उद्देश्य हाशिए की आवाज को जन-जन 

 तक जन-जन तक पहुंचाना,समाज एवं देश की सेवा करना है। 


श्री नन्दलाल भारती अपने लेखन का उद्देश्य हाशिए की आवाज को जन-जन तक पहुंचाना,समाज एवं देश की सेवा करना मानते हैं। इंसा के एक्सिलेंस अवार्ड २०२४ सम्मान समारोह के पूर्व भारत सरकार के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी, वर्तमान इंडियन सोसाइटी आफ आथर्स के जनरल सेक्रेटरी डॉ सुरेश चंद्र की पुस्तक -भारतीय लोकतंत्र कल और आज का विमोचन किया गया। इस समारोह में कार्यक्रम के समन्वयक डॉ निखिल हिरालाल महानुभाव,पूर्व कार्याधिकारी , उच्च शिक्षा विभाग,मानव संसाधन विकास मंत्रालय,नई दिल्ली एवं जनरल सेक्रेटरी डॉ सुरेश चंद्र, डॉ बी.जी.शेखर पाटिल ,सौ.धनश्री सुजय बिखे पाटिल, श्री देवेन्द्र कुमार ढुसिया,आशा जाकड़, डॉ अजय चन्दनवाले, श्री कौशल सिंग, श्री रविकिरण डाके,श्री अरुण सिन्हा, सुप्रसिद्ध पत्रकार, दिल्ली श्री अवनिश कुमार, अभिनेता अनिल शर्मा, श्री राजेन्द्र बलकबड़े  श्री गजानन शेरवेकर, श्री सचिन वानी, श्री दिलीप खेले, संजय काले, श्री रामस्वरूप चावला,श्री जगन्नाथ पाटिल, डॉ प्रदीप फुंदे एवं राजनीतिक, प्रशासनिक अधिकारियों सहित साहित्यकारगण,पत्रकारगण एवं भारी संख्या में श्रोतागण उपस्थित थे।
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