Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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साहित्यिक परिचय-

 *हिंदी विकिपीडिया में 24 46 आलेख और रचनाएं
* अंग्रेजी विकिपीडिया में 286 आलेख और रचनाएं
* साहित्य काव्य संकलन में 145 रचनाएं प्रकाशित
* वेवली काम में सैकड़ो रचनाएं प्रकाशित
* रचनाकार, एलो पोट्री और अनहद कृति में  सैकड़ो रचनाएं प्रकाशित। 
* रचनाकार में मध्य प्रदेश से पुस्तक के प्रकाशित-
1- मत निराश हो (काव्य संग्रह) 
2- सुपाथेय काव्य सरिता ( काव्य संग्रह) 
3- कवि हूं मैं सरजू तट का ( काव्य संग्रह ) ऑनलाइन प्रकाशित । 
ब्लॉग -
1- अनमोल साहित्यिक लड़ियां और आओ सरजू से बात करें। 
2- नवजीवन की अपनी कहानी और कोलाहल से दूर। 

*मुंबई से 'स्वर्ग विभा ' ऑनलाइन ई पत्रिका में प्रकाशित लगभग 200 आलेख, रचनाएं और कहानी। 
*कामराज 51.com में प्रकाशित- 
सैकड़ों आलेख और रचनाएं। 
* अनहद कृति में प्रकाशित-
लगभग एक दर्जन रचनाएं। 
* हिंदी कुंज में प्रकाशित-
दर्जनों रचनाएं। 
* कथा चक्र मारीशस से प्रकाशित पत्रिका में सुखमंगल सिंह की रचनाएं। 
* अमेरिका का एकमात्र हिंदी समाचार पत्र 'यादें' में सुख मंगल सिंह की रचनाएं प्रकाशित। 

* हिंदी कुंज काम( कोलकाता )से प्रकाशित ऑनलाइन पत्रिका में-
लगभग दो दर्जन रचनाएं और आलेख। 
* नागरी प्रचारिणी 
शोध पत्रिका में- सुखमंगल सिंह के एक लगभग एक दर्जन शोध आलेख प्रकाशित।
* नगरी पत्रिका में- सुखमंगल सिंह के सैकड़ो वाले और रचनाएं प्रकाशित-। 
* एलो पोट्री में प्रकाशित- लगभग दो दर्जन रचनाएं और सुखमंगल सिंह की डायरी। 
* शब्द इन, प्रतिलिपि काम, वेवली काम,सबुक, ट्यूटर, व्हाट्सएप, मैसेंजर, ब्लॉग आदि पर बहुत सारे आलेख और रचनाएं प्रकाशित। 
सामाजिक जीवन-
* प्रेमचंद नगर कल्याण समिति वाराणसी का पूर्व महामंत्री तथा अनेक संगठनों में पदभार। 
* अखिल भारतीय सद्भावना संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष पदभार। 
* हिंदी साहित्य भारती का पूर्व जिला अध्यक्ष वाराणसी। 
* भारतीय टेलीफोन कर्मचारी संघ वाराणसी का पूर्व जिला मंत्री। 
* भारतीय टेलीफोन कर्मचारी संघ का पूर्व सहायक प्रांतीय मंत्री उत्तर प्रदेश और असिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी संपूर्ण भारत। 
* बीएसएनल मजदूर संघ का राष्ट्रीय संगठन मंत्री संपूर्ण भारत। 
मुख्य वक्ता के रूप में-
उड़ीसा में हिंदी पखवाड़ा के अवसर पर सन 2017 और 2019 में मुख्य वक्ता के रूप में हिंदी को देश दुनिया में फैलने के लिए जागरूकता पैदा करने का उद्देश्य पर वक्तव्य। 
अन्य अनेक संस्थाओं में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर वक्तव्य और उद्घोष। 
सम्मान पत्र-
* विक्रमशिला विद्यापीठ द्वारा वाचस्पति (मानद) सम्मान
* विक्रमशिला विद्यापीठ द्वारा साहित्य सागर (मानद) सम्मान
* विक्रमशिला विद्यापीठ द्वारा विद्यासागर( मानद) सम्मान
इसके अतिरिक्त अन्य संस्थाओं द्वारा अनेक सम्मानों से सम्मानित किया। 
* वर्तमान में काशी हिंदी विद्यापीठ वाराणसी का कुलाधिपति । 
- सुख मंगल सिंह



 

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