नन्दलाल भारती, वरिष्ठ साहित्यकार की वरिष्ठ मिशन व्यवस्था परिवर्तन के अग्रदूत
डॉ प्रीति बहुजन एवं डॉ पुष्पेंद्र बहुजन से वार्ता l
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मिशन व्यवस्था परिवर्तन के वर्तमान अग्रदूत डॉ प्रीति बहुजन एवं डॉ पुष्पेंद्र बहुजन से मेरी छोटी सी मुलाक़ात दिनांक 19 मार्च 2025 हुई थी l डॉ प्रीति और डॉ पुष्पेंद्र बहुजन रिश्ते में पति-पत्नि हैं l पेशेवर चिकित्सक है l अपना घर -परिवार सरकारी नौकरी तक त्याग कर मिशन व्यवस्था में कूद पड़े है, जिन्हें आज का मान्यवर काशीराम गर्व के साथ कहा जा सकता है l खैर कहा भी क्यों न जाये उन्हीं की राह पर चल जो पड़े है l इस दम्पति का उद्देश्य भी तो मान्यवर काशीराम जैसा ही अटल है l इस डॉ दम्पति से छोटी सी मुलाक़ात के इंदौर दौरे के दौरान मिशन व्यवस्था परिवर्तन के सम्बन्ध में लिए गए वरि. साहित्यकार,नन्दलाल भारती द्वारा डॉ. प्रीति जी एवं डॉ पुष्पेंद्र जी बहुजन के साक्षात्कार के अंश l
प्रश्न:डॉ साहब क्या आप दोनों सचमुच परिवार एवं रिश्तेदारी की सभी जिम्मेदारियों का त्याग कर दिया है?
उत्तर-जी बिल्कुल सच है l मैं और मेरी पत्नी डॉ प्रीति बहुजन ने पूरे होशोहवाश में संकल्प लिया है कि हम दोनों शीलवान जीवन जीते हुए जातियों, पार्टियों, सांगठनों और समितियों में बिखरे हुए बहुजनों को जोड़कर बहुजन समाज बनाने के लिए हम अपने आपको, अपने परिवार एवं रिश्तेदारों की सभी जिम्मेदारियों होने का संकल्प पांच सौ जनसमुदाय के सामने लिया है, और हम दोनों पालन भी कर रहे हैं l
प्रश्न: धन-दौलत सम्पति संचय के बारे भी आप दोनों क्या सोचते?
उत्तर-वही अटल संकल्प है, हम अपनी कोई निजी चल-अचल सम्पति नहीं बनाएंगे l बहुजन समाज में जन्मे सभी महापुरुषों की विचारधारा एवं बहुजन समाज की सम्पति ही हमारी विरासत होगी l
प्रश्न:इतना बड़ा त्याग? आप दोनों की अपने स्वयं के परिवार की क्या योजना है?
उत्तर-भारतीजी हम दोनों का विश्वास अटल है l हम अपनी कोई संतान नहीं पैदा करेंगे, अब पूरा बहुजन समाज हमारी संतान होगा l
प्रश्न: डॉ प्रीति अपनी संतान को लेकर आपका क्या विचार है?
उत्तर:भारती साहब, हम दोनों का संयुक्त संकल्प है l खुद पर विश्वास है और संकल्प अटल है l डॉ पुष्पेंद्र के साथ मैं कंधे से कंधे मिलाकर मिशन व्यवस्था परिवर्तन में आजीवन साथ निभाऊंगी l
प्रश्न :आप दोनों के संकल्प के सामने मैं नतमस्तक हूँ l एक सवाल संगठन को लेकर जेहन में उभर रहा है, अक्सर देखा जा रहा है कि संगठन परिवार के हाथों में चले जा रहे हैं l कार्यकर्ता ताकतें रह जाते हैं, इस बारे में आपकी कोई स्पष्ट गाईडलाइन है तो बताइये?
उत्तर-जी बिल्कुल स्पष्ट गाइडलाईन है l हमारे द्वारा संचालित इस बहुजन द्वारा चलाये गए आंदोलन -मिशन व्यवस्था परिवर्तन में हमारे परिवार के किसी भी सदस्य को मुख्य टीम में शामिल नहीं किया जायेगा और ना ही भविष्य में किसी परिस्थिति में उत्तराधिकारी बनाया जायेगा l हमारा पूरा जीवन बहुजन समाज एवं बहुजनों की व्यवस्था स्थापित करने के लिए समर्पित होगा l इसकी घोषणा हम दोनों पूरे होशो हवास एवं लिखित रूप में कर दिया है, संकल्प में परिवर्तन नामुमकिन है l
प्रश्न: आपने संकल्प ले ही लिया है तो आपके संकल्प को पूरा करने की शक्ति परम् सत्ता आपको दे ऐसी प्रार्थना भारतीय जनमानस अवश्य कर रहा होगा l आपका मिशन निरंतर आगे बढ़ भी रहा है l आप अपने उद्देश्य के बारे में कुछ बताइये?
उत्तर: भारतीजी आपने बहुत अच्छा सवाल पूछा है l हमारा उद्देश्य है कि जातियों के कारण बिखरे हुए शोषित समाज को जगाकर बहुजन समाज बनाना है l ज्योतिबा फुले-डॉ भीम राव अम्बेडकर के मिशन को चलाना ही हम दोनों के जीवन का लक्ष्य है l मान्यवर काशीरामजी ने कहा है-जिस समाज का नौजवान समाज के लिए कुर्बानी नहीं देता वह समाज गुलाम हो जाता है l हम दोनों बहुजन समाज के लिए कुर्बानी देने के लिए ही संकल्प लिया, यही हम दोनों के जीवन का अंतिम लक्ष्य है l
डॉ. प्रीति जी एवं डॉ पुष्पेंद्र जी बहुजन आशा ही नहीं विश्वास है कि आपके बहुजन समाज के हितार्थ लिए गए संकल्प को पूरा करने में बहुजन -अनुसूचित जाति, जन जाति एवं पिछड़ा वर्ग तन-मन और धन से पूरे समर्पण के साथ आपका साथ देगा l डॉ. प्रीति जी एवं डॉ पुष्पेंद्र जी बहुजन आपको अग्रिम बधाई एवं मंगलकामनायें l
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