किसकी अनुमति से परोसी जा रही शराब!
शहर के मध्य बिना लाईसेंस धड़ल्ले से जारी है मदिरापान!
(सादिक खान)
सिवनी (साई)। शहर के बीचों बीच एक स्थान ऐसा भी है जहाँ बिना किसी वैध लाईसेंस के मद्यपान कराया जा रहा है। उक्ताशय की बात उत्साही युवा रज्जू चतुवेर्दी के द्वारा समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कही गयी।
उन्होंने कहा कि देशी शराब दुकान में अहाते हैं, पर विदेशी शराब दुकानों में अहाते नहीं हैं। यही कारण है कि शहर के खाली प्लाट, खेल के मैदान आदि अघोषित आहतों में तब्दील हो गये हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को मद्यपान करना हो तो अहाते में कम से कम 10 रुपए सिटिंग चार्ज एक बार में देना होता है।
रज्जू चतुवेर्दी का कहना है 10 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से साल भर में कम से कम 3650 रुपए शराब के शौकीन को खर्च करना ही होगा, पर शहर के पॉश इलाके में एक स्थान ऐसा भी है जहाँ महज 1000 रुपए सालाना देकर आराम से बैठकर शराब का सेवन किया जा सकता है, इस लिहाज से यहाँ महज तीन रुपए प्रतिदिन में ही मयजदे आसानी से शराब का सेवन कर सकते हैं।
रज्जू चतुर्वेदी का कहना था कि यह स्थान कलेक्टर कार्यालय के महज बीस मीटर की परिधि में स्थित होने के बाद भी अब तक आबकारी विभाग, कलेक्टर कार्यालय अथवा पुलिस के द्वारा यहां किसी तरह की कार्यवाही न किया जाना आश्चर्य का ही विषय है। इस स्थान को सभ्रांत लोगों के खेलकूद और मनोरंजन के लिए बनाया गया था, किन्तु मनोरंजन के बजाए यहां अवैध रूप से मदिरापान हो रहा है।
उन्होंने आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन से अपील की है कि शहर में इस तरह से बिना लाईसेंस हो रही शराबखोरी पर प्रतिबंध लगाया जाये और इस स्थान पर शराब पीने, पिलाये जाने को रोका जाये या इस जगह के लिये वैध लाईसेंस की प्रक्रिया पूरी करवायी जाये। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर यह काम हो रहा है उस भवन का प्रकरण कलेक्टर कार्यालय में लंबित भी है।
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शहर के मध्य बिना लाईसेंस धड़ल्ले से जारी है मदिरापान!
(सादिक खान)
सिवनी (साई)। शहर के बीचों बीच एक स्थान ऐसा भी है जहाँ बिना किसी वैध लाईसेंस के मद्यपान कराया जा रहा है। उक्ताशय की बात उत्साही युवा रज्जू चतुवेर्दी के द्वारा समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कही गयी।
उन्होंने कहा कि देशी शराब दुकान में अहाते हैं, पर विदेशी शराब दुकानों में अहाते नहीं हैं। यही कारण है कि शहर के खाली प्लाट, खेल के मैदान आदि अघोषित आहतों में तब्दील हो गये हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को मद्यपान करना हो तो अहाते में कम से कम 10 रुपए सिटिंग चार्ज एक बार में देना होता है।
रज्जू चतुवेर्दी का कहना है 10 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से साल भर में कम से कम 3650 रुपए शराब के शौकीन को खर्च करना ही होगा, पर शहर के पॉश इलाके में एक स्थान ऐसा भी है जहाँ महज 1000 रुपए सालाना देकर आराम से बैठकर शराब का सेवन किया जा सकता है, इस लिहाज से यहाँ महज तीन रुपए प्रतिदिन में ही मयजदे आसानी से शराब का सेवन कर सकते हैं।
रज्जू चतुर्वेदी का कहना था कि यह स्थान कलेक्टर कार्यालय के महज बीस मीटर की परिधि में स्थित होने के बाद भी अब तक आबकारी विभाग, कलेक्टर कार्यालय अथवा पुलिस के द्वारा यहां किसी तरह की कार्यवाही न किया जाना आश्चर्य का ही विषय है। इस स्थान को सभ्रांत लोगों के खेलकूद और मनोरंजन के लिए बनाया गया था, किन्तु मनोरंजन के बजाए यहां अवैध रूप से मदिरापान हो रहा है।
उन्होंने आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन से अपील की है कि शहर में इस तरह से बिना लाईसेंस हो रही शराबखोरी पर प्रतिबंध लगाया जाये और इस स्थान पर शराब पीने, पिलाये जाने को रोका जाये या इस जगह के लिये वैध लाईसेंस की प्रक्रिया पूरी करवायी जाये। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर यह काम हो रहा है उस भवन का प्रकरण कलेक्टर कार्यालय में लंबित भी है।
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