Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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गणपति वंदन

 

गणपति वंदन-

जै एकदंत
प्रथम है वंदन
विघ्न हरण।

करूँ नमन
मात पिता गुरू को
गणपति को।


लेखक समीक्षक
 

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