शुरू हो गया आजकल, एक नया ही काम,
खाली बैठे थक गये, कितना करें आराम?
होती बातें प्यार की, जो हफ्ते मे एक बार,
अब बातें जो भी करें, करें जहर का काम|
पहले चाहत थी बहुत, हों फुरसत के पल,
निट्ठले का लेविल लगा, होने लगे बदनाम|
हे कोरोना भाग जा, हम शुरू करें अभियान,
जायें अपने काम पर, हो अपनी पहचान|
अ कीर्ति वर्द्धन
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