हैं गजब की शालीनता, सौम्यता चेहरे पर है,
ज्यों कोई देवी सी हो, भाव कुछ चेहरे पर है।
सभ्यता परिवेश इसका, संस्कार जीवन शैली,
खामोश लब झुकी पलकें, श्रृंगार यौवन पर है।
अ कीर्ति वर्द्धन
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