Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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क्या ढूंढना है आपको

 
ढूंढिए मुझमें, क्या ढूंढना है आपको,
प्यार की पराकाष्ठा, जांचना है आपको।
जानिए खुद की वफ़ा को आप पहले,
गर मेरी वफ़ा को, जानना है आपको।

देखकर मेरी तरफ जब, नजरें घुमा ली आपने,
हसरतों पर मेरी तब, नफरत दिखाई आपने।
मर गये थे उस घड़ी ही, लाश बनकर रह गये,
ज़िन्दगी के मायने जब, समझा दिये थे आपने।

हम जीये हैं नाम लेकर, हर पल तेरा,
तन्हाई में भी ख्याल आया, हर पल तेरा।
बिसरा नहीं सके, ख्वाब में भी हम तुझे,
मरने पर आंखें खुली, इंतजार था हरपल तेरा।

अ कीर्ति वर्द्धन

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