ए.टी.ज़ाकिर
रिश्वत लेने का हमने मन बनाया ही था
और नोट थामने को हाथ आगे बढ़ाया ही था,
कि दिल काँपने लगा
डर हमारी आँखों में झाँकने लगा |
हम समझ गये –
करप्ट हो गई है हमारी आत्मा के कम्प्यूटर की फायल,
जिसने कर दिया है हमारे आत्मविश्वास को घायल |
आत्मा की सर्विसिंग कराने,
अब हमे फिर से सर्विस सेन्टर जाना होगा,
वहाँ अपनी पुराने मॉडल की आत्मा को
फिर सर्विस कराना होगा |
सर्विस सेन्टर में हमने अपना हाल बताया,
जिसे सुनकर मैनेजर ने
हमारी आत्मा का एक्सरे कराया |
हमारी आत्मा के एक्सरे को देख कर
मैनेजर घबराया,
उसने एक लम्बा-चौड़ा रिपेयर एस्टीमेट हमे पकड़ाया |
फिर उसने अपना लैपटॉप खोला
और गंभीर स्वर में बोला –
आपकी आत्मा का कम्प्यूटर हो गया है फेल,
सारे पुरजों का निकल चुका है तेल |
ये तो हमारा ही दम है कि,
आपकी आउट-ऑफ-डेट आत्मा को,
हर बार चला देतें हैं,
और दूसरों की आत्मा के पार्ट्स निकालकर
आपकी आत्मा में लगा देतें हैं |
अब अपनी इस आत्मा को बदलवा दीजिये,
और उसकी जगह नये मॉडल की
इलेक्ट्रॉनिक आत्मा लगवा लीजिये |
हमने कहा –
कौन सी लगवायें ?
आप ही कोई सस्ती, अच्छी
टिकाऊ आत्मा बतायें |
चाईनीज़ आइटम लगवाइये,
उसने कहा
चारों ओर वही दिख रहा है,
सस्ता भी है,
इसलिये खूब बिक रहा है |
इसके कम्प्यूटर में एंटी-वायरस भी पड़ा है
जो आपकी आत्मा की रक्षा करने खड़ा है |
बहुत पावरफुल है –
दया, सहानुभूति, प्रेम, मानवता जैसे
सारे वायरसों को धो देगा |
और उनकी जगह –
झूठ, कमीनापन, मक्कारी और ऐहसान फ़रामोशी
आपकी आत्मा में बो देगा |
पछतावा ख़ुद आपसे पछतायेगा,
और आपकी आत्मा में बेशर्मी का
वृक्ष लहरायगा |
इतना ही नहीं –
आपकी इस कबाड़ आत्मा को,
हम एक्सचेंज में ले लेंगे,
और बदले में आपकी आत्मा में
कुछ चोरी, धोखेबाज़ी और ख़ुशामद भर देंगे |
आप ‘हाँ’ तो कहिये,
फिर मैं अपना कमाल दिखाता हूँ,
और आपमें
मॉडर्न आत्मा लगा के
आपको आजका सफलतम
इंसान बनाता हूँ |
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