Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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अपनी इज्जत अपने हाथो से ऊछाल मत

 

 

अपनी इज्जत अपने हाथो से ऊछाल मत

ये दुनिया हँसेगी अपने जजबात निकलमत

 दारगाह रखने वाले दोस्ती की

उसकी आड मे दुश्मनी को पाल मत

घबरा जायेगा तु नही है हालात मै
किसी टूटे को इतना संभाल मत

ऊड तो वही पारिदे है जो धरती पे रहना जानते है

तिरी पारिदा अभी नादा है उसे पजिडे से निकल मत

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