बहा है खून दारिया दिल मे आग बसती है
जली है गरीब की कुटिया मिली दानव हस्ती है
चले जो लोग घर से वो पहुचे नही माजिलतक
देखकर ये सारा खेल मानवता सिसकती है
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बहा है खून दारिया दिल मे आग बसती है
जली है गरीब की कुटिया मिली दानव हस्ती है
चले जो लोग घर से वो पहुचे नही माजिलतक
देखकर ये सारा खेल मानवता सिसकती है
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