Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

बहुत दिनो बाद नेताजी हमारे दवार पधारे

 

 

बहुत दिनो बाद नेताजी हमारे दवार पधारे

कहने लगे कैसे हो प्यारै हम है तुम्हारे

तुम हौ हमारे जनता की सेवा मे पाच साल है गुजारे

अब चुनाव आ गये है प्यारे मुझे तो प्यारै

है सारे याद रखना मुझे जो हमने काम किऐ तुम्हारे

मैने कहा अब ऐस की सीमा हो ग़ई खत्म

अब हम जबाब लेगे हम जो आपकी महगाई के मारे

पूरा हिसाब करने मे हमारा कोई हिसाब नही

बोलती क्यो हुई बंद इसका आपसे पास कोई जबाब नही

अब याद करा देगे हम आपको दिन मारे तारे

 दिखाऐगे बहुत2 अदभूत नजारे

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ