Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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बापू तेरे देश की जनता बेहाल है

 

 

बापू तेरे देश की जनता बेहाल है

नेताजी की पूछमत इनमे कहा दलाल है

अफसर से चपरासी तक

हँसी खुशी उदासी तक

टीचर से फटीचर तक

सोमवार शानिचर तक

सब पर भूत सवार है

लाटरी की बहार है

बापू तेरे देश की जनता बेहाल है

शेयर काण्ड ऊछला है

घोटाला पे घोटाला है

चौटाला अब शात है

पर माधवन अंशात है

बडो की छट्टी है

मनमोहन की चुप्पी है

ऊठता रोज सवाल है

पर वो मालामाल है

बापू तेरे देश की जनता बेहाल है

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