Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सासो मे खुशीयो को भर लाऔ तुम

 

सासो मे खुशीयो को भर लाऔ तुम

 गम को दूर खुशीयो को घर लाओ तुम

बन जाओ ऐसे कुछ हुआ ही ना हो
कभी ऐसा कमाल कर जाऔ तुम

 आते नही गम ऐसा कहा जिन्दगी मे होता है

 हर इंसान गम मे रोता है
गम की भी अपनी पहचान है यारो

 हो मत उदास जरा हँसी तो निकालो

 

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