Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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वादे जब वो झूठे करने लगे

 

 

वादे जब वो झूठे करने लगे

छोडकर तुझे किसी और पे मरने लगे

रूसवाई तो आयेगी तिरी गालियो मे

एक बेवफा से वफा की उम्मीद जो करने लगे

उड ना जाये तिरी चाहत मजाक यहा

तिरी बारे मे चेहरे सभी करने लगे

गलती की सजा भुगतकर नादा

फिर क्यो भूल तुम करने लगे

दौलत की दुनिया मे गरीब से प्यार कैसा

तुझको छौडकर वो पैसो पर मरने लगे

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