Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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गमो को अपने तुम सबसे छुपा रखना

 

 

गमो को अपने तुम सबसे छुपा रखना,
हंसी को दर्द के ऊपर बिठा रखना....


करो तकसीम जितना उतना बढ़ती है
ख़ुशी को तुम जहाँ पाना लुटा रखना.....


न छूटूं फिर कभी इस भीड़ में तुमसे,
मेरा तुम हाथ हाथों में दबा रखना....


न आ पाऊं किसी दिन मैकदे में तब,
मेरा वो जाम फिर भी तुम भरा रखना.....

 


नसीहत जब कोई देना किसी को तुम,
तो खुद को भी दिखा तुम आइना रखना......आदर्श बाराबंकवी

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