अगर माँबाप बूढे हो तो खिदमत कौन करता है।
न दे जो पेड़ फल उनकी हिफाज़त कौन करता है।
पसे पर्दा निज़ामे हिन्द किसके हाथो चलता है।
क़यादत कौन करता है हकूमत कौन् करता है।।
इलाक़ो मे समाजो मे क़बीलो और फिरक़ो मे।
हमे तक़सीम करने की सियासत कौन करता है।।
ज़रा तारीख तो देखो कभी हिँदुस्ताँ की तुम ।
हमेशा मुल्क से मेरे बगावत कौन करता है।।
दयारे हिँद अमनो आश्ति का है जो गहवारा।
फसाद इसमे कराने की शरारत कौन करता है।।
अक़ील अहमद 'अनस'
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