भोलेपन से न प्यार जताओ, प्यार निभाना बहुत कठिन है,
दिल को लगाना आसां है पर, दिल से भुलाना बहुत कठिन है |
प्यार मे गुस्सा होकर हमसे, मौन हो जाना अच्छा नहीं है,
हम तो बिन बोले जी लेगें, पर आप चुप रहकर जी लेगीं ?
और वो दिल क्या जी पाएगा ?
आपके दिल में रहकर देखा, पहलू में भी बैठ के देखा,
प्यार बिना हम तो रह लेगें, पर आप क्या रह पाएँगीं ?
और वो दिल क्या रह पाएगा ?
खुशियों के बारिश के बाद, गम की आँधी जब आएगी,
हम गम के आँसू पी लेगें, पर क्या आप भी पी पाएँगीं ?
और वो दिल क्या पी पाएगा ?
खामोशी के तन्हाई में, जो काटों सा फूल खिला है,
हम तो उसपर चल हीं लेगें, पर क्या आप भी चल पाएँगीं ?
और वो दिल क्या चल पाएगा ?
मिलन का मौसम बीत जाने पर, बिरह की रातें जब आती है,
हम तो रात बिता हीं लेगें, पर क्या आप बीता पाएँगीं ?
और वो दिल क्या बीता पाएगा ?
वफ़ा के बदले दी बेवफ़ाई, की न भरोसा तू हरजाई,
हम बेवफ़ाई तो सह लेगें, क्या आप जुदाई सह पाएँगीं ?
और वो दिल क्या सह पाएगा ?
Alakh Sinha
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