Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

अलाव

 
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    तेज हवाओं से
    रात भर
    खौफ खाता रहा अलाव
    सोचा --
    ठंडक में गर्मी दूँ
    या खुद को ठंडक से बचाऊँ

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