एक छोटा सा खटमल मचाता है हलचल
निढाल की नींद मे भी मचा दे खलबल
खून चूसता है हरपल जैसे गाँव का साहूकार
सूद से गरीब किसान को तिल तिल देता मार
सोच सोच कर परेशान इनसे कैसे निजात पाएँ
फ़िनिट या हिट कौन सा कीटनाषक अपनाएं
खटमल की क्या खता ये तो है इसकी कुदरत
इन्सानो मे भी कुछ हैं ऐसे जिनकी ऐसी फितरत
छुप छुप कर ये काटे जाएँ
सामने से ये नजर नहीं आयें
खटमल ऐसे इन्सानो से फिर भी होते बेहतर
पकड़े जाने पर पाते येसजा मौत की पिसकर
इंसानी खटमल गर काटे रंगे हाथों भी पकड़ा जाये
हाथ मले शिकार यूं कानूनी दावपेंचों मे जकड़ा जाये
कोर्ट मे वकील की सुनकर झूठी बातें
बेचारे शिकार की कटती बेचैनी मे रातें
सजा से बचेइन्सानी खटमल और निडर हो जाते
रात मे ही नहीं दिन मे भी ये और ज़ोर से काटे
जो खटमल हमको हैं काटें
हम ही तो उन्हे चुनकर लाते
ऐसे इंसानी खटमलों का हम ढूँढें कोई तोड़
चिंतन हो अब इस मुद्दे पर खाट का खटमल छोड
अमरनाथ मूर्ती
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