पुस्तक समीक्षा: "छंद नवनीत"
रचनाकार: नवनीत मिश्र 'नवल'
"छंद नवनीत" एक समृद्ध काव्य संकलन है, जिसमें नवनीत मिश्र 'नवल' ने छंदों के माध्यम से भक्ति, राष्ट्रप्रेम, सामाजिक चेतना और वीर रस को अभिव्यक्त किया है। यह संग्रह कवि की काव्य प्रतिभा, भावनात्मक गहराई और छंदों पर मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
१. भाषा एवं शिल्प
इस संग्रह की सबसे बड़ी विशेषता इसकी छंदबद्ध शैली है। कवि ने पारंपरिक छंदों का उपयोग करके उन्हें आधुनिक संदर्भों से जोड़ा है। भाषा सरल, प्रवाहमयी और भावपूर्ण है, जिससे कविताएँ सहज रूप से हृदय तक पहुँचती हैं।
अलंकारों का सुंदर प्रयोग – उपमाएँ, रूपक और अनुप्रास अलंकार से कविताओं की शोभा बढ़ाई गई है।
लय और गेयता – कविताओं में संगीतात्मकता है, जिससे वे पाठकों को गुनगुनाने के लिए प्रेरित करती हैं।
सरलता और प्रभावशीलता – शब्द चयन सहज और बोधगम्य है, जिससे हर आयु वर्ग का पाठक इनसे जुड़ सकता है।
उदाहरण:
"कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण,
कृष्ण चरणों में नित्य शीश को झुकाए जा।"
इस तरह के छंदों में ध्वन्यात्मक प्रभाव और लय का प्रयोग कविता की प्रभावशीलता को और बढ़ा देता है।
२. विषयवस्तु एवं भावनाएँ
संग्रह में विभिन्न विषयों को छुआ गया है, लेकिन मुख्य रूप से इसे चार प्रमुख भागों में विभाजित किया जा सकता है:
(क) भक्ति एवं आध्यात्मिकता
कवि ने अनेक रचनाएँ देवी-देवताओं को समर्पित की हैं, जिनमें श्रद्धा, भक्ति और आत्मसमर्पण का भाव स्पष्ट झलकता है।
शिव-वंदना में शिव के रूप-सौंदर्य, उनके गुणों और दयालुता को प्रभावी ढंग से व्यक्त किया गया है।
राम-भक्ति से संबंधित रचनाएँ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र की महानता को रेखांकित करती हैं।
हनुमान पर आधारित कविता उनकी शक्ति, भक्ति और पराक्रम को अद्भुत ढंग से प्रस्तुत करती है।
राधा-कृष्ण भक्ति में प्रेम और समर्पण की भावना स्पष्ट रूप से प्रकट होती है।
उदाहरण:
"राधा- राधा- राधा- राधा- राधा- राधा- राधा- राधा,
राधा रटते रहो तो श्याम मिल जाएँगे।"
यह पंक्तियाँ जप-योग और नाम-स्मरण के महत्व को दर्शाती हैं।
(ख) राष्ट्रभक्ति एवं वीर रस
कवि ने देशभक्ति की भावना को उजागर करने के लिए अनेक प्रेरणादायक रचनाएँ प्रस्तुत की हैं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर कविता उनके साहस, क्रांति और नेतृत्व को श्रद्धांजलि देती है।
वीर सैनिकों के सम्मान में लिखी कविता बलिदान की भावना को दर्शाती है।
"वंदे मातरम्" आधारित रचना राष्ट्रीयता के गौरव को प्रकट करती है।
उदाहरण:
"तुम मुझे खून दो मैं दूँगा तुम्हें आज़ादी ये,
नारा देने वाले थे सुभाष चन्द्र बोस जी।"
इस प्रकार की पंक्तियाँ पाठकों में देशभक्ति की भावना को प्रबल कर देती हैं।
(ग) सामाजिक चेतना
समाज में व्याप्त बुराइयों के प्रति कवि की गहरी संवेदनशीलता झलकती है। विशेष रूप से बेटियों की सुरक्षा और सम्मान पर लिखी कविता समाज को जागरूक करने का कार्य करती है।
उदाहरण:
"बेटियों पे ज़ुल्म यदि यूँ ही ढहते रहे तो,
कौन भला बेटियों की कामना सजाएगा।"
इस तरह की रचनाएँ पाठकों को सोचने और समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती हैं।
(घ) नीति और प्रेरणादायक संदेश
संग्रह में कुछ रचनाएँ जीवन-मूल्यों और आदर्शों को स्थापित करने वाली हैं। इसमें दधीचि, हरिश्चंद्र, शिव और हनुमान जैसे महापुरुषों के त्याग और समर्पण को उजागर किया गया है।
उदाहरण:
"है नहीं दधीचि कोई दूसरा धरा पे जो कि,
गौवों से चटाके तन अस्थियों का दान दे।"
यह कविता त्याग की महान परंपरा को श्रद्धांजलि देती है।
३. विशेषताएँ
1. छंदों की उत्कृष्टता – कवि ने छंदों का प्रयोग अत्यंत सुंदर ढंग से किया है, जिससे संग्रह में एक विशिष्ट काव्यात्मक अनुशासन बना रहता है।
2. भावनात्मक गहराई – प्रत्येक कविता में भावनाओं की तीव्रता स्पष्ट रूप से अनुभव की जा सकती है।
3. संदेशपरकता – संग्रह केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत के रूप में भी कार्य करता है।
4. राष्ट्रीयता और संस्कृति का समन्वय – कवि ने भारतीय संस्कृति, परंपराओं और गौरव को अत्यंत सशक्त रूप में प्रस्तुत किया है।
४. संभावित सुधार बिंदु
हालाँकि "छंद नवनीत" एक उत्कृष्ट काव्य संग्रह है, फिर भी कुछ क्षेत्रों में सुधार की संभावनाएँ हैं:
1. विषय-विस्तार – अधिकांश कविताएँ भक्ति, राष्ट्रभक्ति और सामाजिक चेतना तक ही सीमित हैं। यदि जीवन के अन्य पहलुओं (प्रकृति, प्रेम, संघर्ष, मनोवैज्ञानिक पहलुओं आदि) पर भी कविताएँ होतीं, तो यह संग्रह और भी विविधतापूर्ण हो सकता था।
2. भावों की पुनरावृत्ति – कुछ रचनाओं में एक ही विचारधारा बार-बार प्रकट होती है। यदि इसे थोड़ा और नवीनता प्रदान की जाए, तो संग्रह की पठनीयता और बढ़ सकती है।
3. कुछ छंदों में प्रवाह और गेयता को और निखारा जा सकता है, ताकि वे और अधिक संगीतमय बन सकें।
५. साहित्यिक दृष्टिकोण और छंद योजना
नवनीत मिश्र 'नवल' की यह कृति छंदबद्ध कविता की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाती है। यह विशेष रूप से उन पाठकों के लिए मूल्यवान है, जो पारंपरिक हिंदी काव्यशास्त्र और छंदों की बारीकियों को समझने में रुचि रखते हैं।
छंद योजना की विशेषताएँ:
1. अनुप्रास अलंकार का सुंदर प्रयोग – कई कविताओं में शब्दों की पुनरावृत्ति से संगीतात्मकता और लयबद्धता आई है, जैसे:
"राम-राम-राम-राम-राम में रमाए चित्त,
खुद कर्पूर गौर करुणावतारी है।"
2. श्रृंगार, भक्ति और वीर रस का संयोग – कवि ने विभिन्न रसों का सुंदर संतुलन बनाए रखा है। भक्ति रस में जहां श्रद्धा का भाव है, वहीं वीर रस में जोश और प्रेरणा की झलक मिलती है।
3. मुक्तक और पद्य शैली का समन्वय – कविताओं में संक्षिप्तता और स्पष्टता है, जिससे वे आसानी से याद रह जाती हैं और प्रभावी ढंग से अपना संदेश संप्रेषित करती हैं।
६. भारतीय संस्कृति और परंपरा का सम्मान
यह संग्रह भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को अत्यंत प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करता है।
संस्कृतिनिष्ठता – कवि ने शिव, राम, हनुमान, राधा-कृष्ण जैसे पात्रों का चित्रण केवल धार्मिक संदर्भों में ही नहीं, बल्कि उनके नैतिक और प्रेरणादायक गुणों को उजागर करने के लिए भी किया है।
संस्कार और नैतिक शिक्षा – कविताएँ केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे एक गहरे संदेश और सीख भी प्रदान करती हैं।
धार्मिक सहिष्णुता – भले ही यह संग्रह मुख्य रूप से सनातन परंपरा को दर्शाता है, लेकिन इसमें किसी भी प्रकार का संकीर्ण दृष्टिकोण नहीं झलकता।
७. पाठकों पर प्रभाव और संभावित योगदान
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक – राष्ट्रभक्ति और सामाजिक चेतना से भरी कविताएँ युवाओं को कर्तव्यनिष्ठा और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का बोध कराती हैं।
काव्य प्रेमियों के लिए एक धरोहर – पारंपरिक छंदों में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह संग्रह एक मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकता है।
सामाजिक सुधार के लिए सार्थक प्रयास – बेटियों की सुरक्षा, वीरों के बलिदान और राष्ट्रप्रेम जैसे विषयों पर आधारित कविताएँ समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर सकती हैं।
"छंद नवनीत" केवल एक काव्य संग्रह नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक, प्रेरणादायक और राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत ग्रंथ है। इसमें भक्ति, राष्ट्रभक्ति और सामाजिक चेतना का सुंदर समन्वय है। कवि ने पारंपरिक छंदों की शक्ति का उपयोग करके उन्हें समकालीन संदर्भों से जोड़ने का सफल प्रयास किया है।
यह संग्रह उन सभी पाठकों के लिए उपयुक्त है जो काव्य, भक्ति, देशप्रेम और समाज के प्रति सजगता में रुचि रखते हैं।
८. निष्कर्ष – क्यों पढ़ें "छंद नवनीत"?
"छंद नवनीत" सिर्फ एक काव्य संग्रह नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक धरोहर है। इसे पढ़ने से पाठकों को:


९. अंतिम मूल्यांकन:
©® अमरेश सिंह भदौरिया
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY