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झुलस न जाएं दिल के अहसास

 
झुलस        न      जाएं    दिल के 
अहसास कहीं चाहत की आग में,
लगी   है   गर   आग   कहीं    तो 
उस आग  को बुझाना ही चाहिए।

©अमरेश सिंह भदौरिया

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