Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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मेरी उम्मीद का सावन

 
प्यास मन की बुझायेगा 
मेरी उम्मीद का सावन।
घटायें   साथ    लायेगा 
मेरी उम्मीद का सावन।
बरस  जाना  प्रीति  की
बूँद       बनकर     तुम,
तपन तन की मिटायेगा
मेरी उम्मीद का सावन।

©अमरेश सिंह भदौरिया

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