Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

मौसम में नमी और आग दिलों में

 

शायरी


Inbox
x




Amresh Singh 

Fri, Mar 13, 8:19 AM (2 days ago)




to me 



मौसम में नमी और आग दिलों में,
सभ्यता की निशानी ये तो नहीं है।
रिश्तों  में शुष्कता,आँखों में पानी,
होली की  निशानी  ये  तो नहीं है।

©अमरेश सिंह भदौरिया







Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ