बात बात में उनका इठलाना अच्छा लगता है 1
दस बहाने कर उनको झुठलाना अच्छा लगता है !
भोली सूरत में बच्चों- सा शर्माना अच्छा लगता है !
बिन कारण ही उनसे गोठियाना अच्छा लगता है!
दर्शक दीर्घा में देख उन्हें मेरी पुतली सन्ग ,
मन ही मन उनका हर्षाना अच्छा लगता है1
निदिया रानी रात सुहानी में,
स्वपनिल पल में खो जाना अच्छा लगता है 1
सखी सहेली संग सुन्दर शैली और सहज सुरों में,
लब पर प्रीत सुमन खिल जाना अच्छा लगता है !
साए शजर में ,सखियों की नजर में ,
कल्पित किस्सों में रम जाना अच्छा लगता है 1
मेरे उर आखर अक्षर और शब्द पहेली पर ,
उनका यों चिढ़ जाना अच्छा लगता है !
पल दो पल का उनका ये याराना अच्छा लगता है !
खुदगर्ज हूँ की कुछ को मेरा शायराना अच्छा लगता है !
बात बात में..........................................................
........... आनन्दमूर्ति
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