मेरी कविता मेरे बोल
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Anil Kumar
9:11 AM (8 hours ago)
to me
'काश कि ऐसा हो'
काश कि जीवन में
एक शाम
कुछ ऐसी भी आये
भूल के सारी चिन्ताएँ
हम-तुम
केवल जीने की
खुशी मनाये
और सवेरे
आँख खुले तो
नूतन उत्साह से
उमंग लिये जीवन की
कर्मों की गति में
मन से लग जाये
एक दुपहरी
ऐसी भी हो जीवन की
कुछ क्षण
प्रेम से बैठे
मस्ती के आलम में
हँसते-हँसते
दिन ढल जाये
काश कि जीवन में
कुछ पल
आशंका ना हो
कल की निराशा की
काश कि जीवन में
कुछ ऐसी आशा हो
डर नहीं
जीवन जीने की
केवल
अभिलाषा हो
काश कि जीवन में
एक दिन ऐसा भी हो
भागमभाग नहीं
संतोष रहे
जो है, उसको जीने की
बेफ्रिकी ले
आनन्द में डूबे
जीवन में
कुछ क्षण
ऐसे भी हो
जीवन, जीवन हो
बस जिन्दा होने की
चिन्ता ना हो।
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