जब तेरे आने कि आहट पाते है !
नीर नयन के पलकों पर टिक जाते है !!
हो ना जाएँ कम तुम्हारी भावनाएं !
रोक रखते हैं हम अपनी वेदनाएं !
एक पल को ही सही, तुमको पा जाते है !!
नीर नयन के पलकों पर टिक जाते है !!
अजनबी से तुम आते हो जाते हो !
पास रहते हो पर दूर जनाते हो !
पल खुशियों के आते हुए रह जाते है !!
नीर नयन के पलकों पर टिक जाते है !!
हर मुलाकात नया दर्द का रिश्ता है !
जीवन भरा अविश्वास, गल-गल रिसता है !
बांध ह्रदय के टूट- टूट जब जाते है !!
नयन- नीर पलकों से छूट तब जाते है !!
Anil Ranjan
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY