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Dr. Srimati Tara Singh
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जीवन मे एक साथी ऐसा

 

 

जीवन मे एक साथी ऐसा...
जीवन मे एक साथी ऐसा...
पतझड़ में फूलो जैसा...
लहरों में किनारे जैसा...
हमें हमसें मिलाने वाला....मानो आइने जैसा...
लाखों की भीड़ में कोहिनूर जैसा...
हर घाव में मरहम जैसा...
जीवन मे एक साथी ऐसा...
मुसिबत में ढाल जैसा...
खुशियों में बहार जैसा...
हमारे सपनो के महल बनाने वाला...
वो सागर में मोती जैसा...
जीवन मे एक साथी ऐसा...
मानों पतझड़ में फूलो जैसा...
माँग में सजा रहे सिंदूर तुम्हारा........
और सातो जन्म मैं ही रखू करवाचैत का व्रत तुम्हारा...
रहे हमारा साथ ऐसा मच्छली और पानी जैसा...
जीवन मे एक साथी ऐसा...
हमारी जिन्दगी में माझी जैसा...
बरगद की छाव जैसा...
जीवन मे एक साथी ऐसा...
पतझड़ में फूलो जैसा...

 

 


अंजली अग्रवाल

 

 

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