अक्सर लोगो को कहतें सुना है,
कि सपने सच्च होते है.......
पर कितनो के सपनें सच्चें होते हैं......
यूँ तो फूल गुलाब का भी होता हैं ...
पर उसे काँटों संग रहना होता है....
अक्सर गमों को तराजू में तांैलते देखा........
पर कितनो ने परला खुशी का देखा है....
बैठे रहते हैं लोग एक नयी सुबह के इंतजार में...
पर कितनों ने रात को काली होते देखा हैं....
ये जिन्दगी तो कटपुतलियों का खेल है...
इनकों चलाना जिसने जान लिया..
वही सिंकदर होता हैं.....
अक्सर लोगो को कहतें सुना है...
कि सपने सच्च होते है.......
पर कितनो के सपनें सच्चें होते हैं......
अंजली अग्रवाल
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