महामारी कोरोना
महामारी फैली ऐसी कोरोना I
सबको पड़ गया है अपने हाथो को बार-बार धोना II
कोरोना का हुआ जन्म वुहान में I
मासाहारी खाधानों के बाजार से II
दस्तक दी मानव के तन में I
फैल गया मानव से मानव को II
बुखार, खासी और साँसो में दिक्कत I
आरंभिक इसके लक्षण है II
सिमित रहा नहीं चीन तक I
फैल गया रक्तबीज की तरह सैकड़ो ओर देशो में II
सक्रमित कर दिया लाखो को I
मृत्यु कर दी हजारो की II
धारण कर लिया महामारी का भयंकर रूप I
ताले लगा दिए लोगो के कारोबार में II
चौपट कर दी सारी अर्थव्यवस्ता I
विवश हो गए बंदक अपने घर में बनने को II
क्युकि सामाजिक दुरी ही ऐसा राम बाण है I
जो तोड़ सकता पक्ति इस खतरनाक विषाणु की II
पहनते हाथो में दस्ताने और मुँह में मास्क I
निकलते जब भी घर से बाहर II
करते हाथ साफ़ बार - बार सैनिटाइज़र और साबुन से I
क्युकि यही बचाव का जरीया है II
चिकित्सक बने ऐसे देवदूत I
लड़ रहे है कोरोना से रात - दिन II
और दाँव में लगा रखी है अपनी जान I
एकजुट खड़ा हो गया है सारा संसार II
परास्त करके रहेंगे इस महामारी को I
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY