Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

Mahamari korona

 

महामारी कोरोना

महामारी फैली ऐसी कोरोना I

सबको पड़ गया है अपने हाथो को बार-बार धोना II

कोरोना का हुआ जन्म वुहान में I

मासाहारी खाधानों के बाजार से II

दस्तक दी मानव के तन में I

फैल गया मानव से मानव को II

बुखारखासी और साँसो में दिक्कत I

आरंभिक इसके लक्षण है II

सिमित रहा नहीं चीन तक I

फैल गया रक्तबीज की तरह सैकड़ो ओर देशो में II

सक्रमित कर दिया लाखो को I

मृत्यु कर दी हजारो की II

धारण कर लिया महामारी का भयंकर रूप I

ताले लगा दिए लोगो के कारोबार में II

चौपट कर दी सारी अर्थव्यवस्ता I

विवश हो गए बंदक अपने घर में बनने को II

क्युकि सामाजिक दुरी ही ऐसा राम बाण है I

जो तोड़ सकता पक्ति इस खतरनाक विषाणु की II

पहनते हाथो में दस्ताने और मुँह में मास्क I

निकलते जब भी घर से बाहर II

करते हाथ साफ़ बार - बार सैनिटाइज़र और साबुन से I

क्युकि यही बचाव का जरीया है II

चिकित्सक बने ऐसे देवदूत I

लड़ रहे है कोरोना से रात - दिन II

और दाँव में लगा रखी है अपनी जान I

एकजुट खड़ा हो गया है सारा संसार II

परास्त करके रहेंगे इस महामारी को I



Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ