Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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बेटियां

 

बेटियां  जिंदगी  के अलंकरण का अनुप्रास है,

बेटियां सम्वेदनाओं के संस्पर्श काअहसास है .

रोटियां कम थीं तो बेटी हंस कर बोली -पापा ! 

आप खा लीजिए  मेरा तो   उपवास  है.






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