हम पूरा ना कर सके तुम्हारा रामराज्य-सपना बापू !
बस सीख रहे हैं अभी तुम्हारे मूल्यों पर तपना बापू!
जो आज हमारे साथ नहीं हैं वो सब कल पछतायेंगे
जब पता चलेगा राम नाम को दुविधा में जपना बापू।
सच कहने वालों का उनके युग में कितना सम्मान हुआ
था विष पीकर सुकरात गया, गोली खाकर अपना बापू।
-अनुराग
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