आसमाँ पे है ख़ुदा और ज़मी पे हम
आजकल वो इस तरफ़ देखता है कम
किसको भेजे वो यहाँ खाक छानने
इस तमाम भीड का हाल जानने
आदमी हैं अनगिनत, देवता हैं कम
आसमाँ पे है ख़ुदा और ज़मी पे हम
Anurag Dubey
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आसमाँ पे है ख़ुदा और ज़मी पे हम
आजकल वो इस तरफ़ देखता है कम
किसको भेजे वो यहाँ खाक छानने
इस तमाम भीड का हाल जानने
आदमी हैं अनगिनत, देवता हैं कम
आसमाँ पे है ख़ुदा और ज़मी पे हम
Anurag Dubey
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