2 घंटे ·
अटल बिहारी ऐसे थे
अटल बिहारी वैसे थे
शब्दों में कहना मुश्किल
अटल बिहारी कैसे थे
नई रीति के चालक थे
राष्ट्रधर्म के पालक थे
जिनसे सहमत नहीं रहे
उन अपनों पर तने रहे
कौन बताए कैसे थे
क्या मोदी जी जैसे थे?
नहीं नहीं वे अद्भुत थे
देशप्रेम की मूरत थे
कवि थे अटल सुनेता थे
युग के एक प्रणेता थे
सबको लेकर साथ चले
भारत माँ के स्वप्न पले
वक्ता थे वह कर्मों के
परिचायक थे धर्मों के
विपदाओं में रहे अड़े
जीते, हारे किन्तु लड़े
जब तक जिंदा, जिंदा थे
चले गए तो नहीं गए
सोचो तो, क्यों लगता है
नहीं अटल जी कहीं गए
- अनुराग 'अतुल'
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