Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

कुछ अश्यार

 

 

१)
जिसे तलाशते रहते हैं, वो हुनर दबा होता है ।
माँ सीखाती, सीखते रहो ..इल्म बड़ा होता है ।
-------------------------अनुराग त्रिवेदी एहसास *

 


२ )

तुम कामयाब रहो हर इम्तिहान में,
मिलती रहे खुशी, हर इत्मिनान में !

-----------------------अनुराग त्रिवेदी ... एहसास**

 


३ )
बने ना जो बात तो फिर,
सिरे से सिरे मिलाना चाहिए ।
ज़िन्दगी कोशिश से भरी हो,
ऐसे रास्ते बनाना चाहिए ।
-----------------------अनुराग त्रिवेदी ...एहसास***

 

 

४ )

सबकी ज़िंदगी का अलग-अलग तजुर्बा रहता है ।
नदियों की तरह नालों में भी पानी ही बहता है ।
नदियों में असंख्य जीव पल रहे हैं,
तो जीवन तो नालों के अन्दर भी जिया करता है ।
करिश्मा ही है, दोनों एक दूजे से अंजान रहता है ।
ये सारा खेल कुदरती है जो चलता ही रहता है ।
-----------------------अनुराग त्रिवेदी -एहसास ****

 

 

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