Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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our heroes who died for us

 
Here is my words on our heroes who died for us.

आप चले गए सब छोड़ कर... बलिदान दिया आपने अपने प्राणों का किसके लिए?... आज देश में शराब की चर्चा आपकी शहादत से ज्यादा हो रही है... जानता हूँ आपको इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्यूंकि आपने कभी भी इन सब बातों के बारे में सोचा नहीं... लेकिन आज मै शर्मसार हो, क्यूंकि देश का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाला मीडिया भी आज पब्लिसिटी को देख के खबर की बोली लगाता है... मैं शर्मसार हूँ क्यूंकि आज हमने देश के वीर पुत्रों को खोया है... अरे मै आज शर्मसार हूँ क्यूंकि अभी भी बहुत लोगों को आपका नाम तक नहीं मालुम... और मालूम भी क्यों होगा आप कोई रील लाइफ हीरो थोड़ी ना हैं... आप तो रियल लाइफ हीरो हैं... सलाम है आपके हिम्मत और जज़्बे को, बिना किसी चीज़ की परवाह किये अपनी कीमती जान दे बैठे हमारे लिए... और हम जिसके लिए आप अपनी जान तक देने से नहीं डरे, हमने क्या दिया आपको... बस एक नज़र डाल दिया उस खबर पर जिसमे बड़े बड़े शब्दों में लिखा था कि देश ने आज अपने 5 बेटे खो दिए.... मै शर्मिन्दा हूँ अपने आप से, उन नौजवान पीड़ी से, और उन हस्तियों से भी जो बात बात पर देशभक्ति बताने से हिचकते नहीं हैं... कहाँ हैं वो सब जो किसी फिल्मी हीरो के जाने से दुखी हो के 4 दिन तक सोशल मीडिया पर अपनी हताशा बयां करते नहीं थकते हैं... कहाँ हैं वो आज जब देश और कर्जदार हो गया उन परिवारों का जिन्होंने अपने बेटे, भाई और पति को इस देश के लिए समर्पित कर दिया...  - AKP

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