Swargvibha
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तितली रानी

 

 

तितली रानी बड़ी सयानी
उड़ जाती कर आनाकानी
हाथ न आती, न पास मेरे।

 

माँ मुझको वह तितली लादे
रंग बिरंगी प्यारी यादें
खूब हँस, संग खेलूँ उसके
करलूँ थोड़े प्यारे वादे।

 

 

 

नाम-अशोक बाबू माहौर

 

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