Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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मैं बहारों पर लिखूंगा

 

मैं बहारों पर लिखूंगा रूत बिगानी तुम लिखो

इक कहानी मैं लिखूंगा इक कहानी तुम लिखो
पहु फुटाले की अकीदत चांद की सुषमा को भी
इक जवानी मैं लिखूंगा इक जवानी तुम लिखो
दुःख में आंसू पोंछने या फ़िर खुशी के निर्झर की
इक रवानी मैं लिखूंगा इक रवानी तुम लिखो 
प्यार में इकरार की एतबार की इनकार की
इक शैतानी मैं लिखूंगा इक शैतानी तुम लिखो
जिस खुदा ने जिंदगी बख़्शी है हम को उस के लिए
मेहरबानी मैं लिखूंगा मेहरबानी तुम लिखो
बालम दुनिया में हर एक आदमी के वास्ते
जिंदगानी मैं लिखूंगा शादमानी तुम लिखो
बलविंदर बालम ओंकार नगर गुरदासपुर पंजाब919815625409



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