Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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दिल में जिने का हौसला होता नही

 

Sandip Aavad

 


दिल में जिने का हौसला होता नही
और मौत का भी सामना होता नही

 

मिलती अगर जगह उन बाहों में मुझे
मेरा जिस्म अब भटकता होता नही

 

खुशनसिब हुँ मैं साथ जो अल्फाज हैं
वरना सितारा चमकता होता नही

 

मेरी उदासी आज मेरे साथ हैं
वरना जिने को आसरा होता नही

 

बढते अगर तेरे कदम मेरी तरफ
तो ये कभी भी फासला होता नही

 

 

* बेवारस *

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