आई जगदम्बे मां द्वार
लाई आंचल में भर प्यार
आई जगदम्बे मां द्वार....
जय शक्ति स्वरूपिणी माता
जय जग पालिनी शुभ दाता
छाई खुशियां हर्ष अपार
आई जगदम्बे मां द्वार....
दुर्बल मन ये घबराया
दुर्गम क्षण फिर बन आया
सुखदाई कर उपकार
आई जगदम्बे मां द्वार....
भयभीत हुआ मही सारा
निर्वाह कठिन है हमारा
शुभदाई हर अंधकार
आई जगदम्बे मां द्वार....
नित दिन करते हैं अर्चन
कर भाव सुमन का अर्पण
महामाई सुन मनुहार
आई जगदम्बे मां द्वार....
भारती दास
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