मैं अमानुष
माँसाहारी मैं
खूँखार मेरा मन
मैं अमानुष
स्वच्छ मन
आत्मा-परमात्मा है
मैं अमानुष
मन में खोट
विचार- कर्म भ्रष्ट
मैं अमानुष
मुझमें बैठा
राम मुझे ढूँढे
मैं अमानुष
विष के बीज
मन मिट्टी में बोए
मैं अमानुष
कुटिल सोच
ज़मीर नष्ट करे
मैं अमानुष
सौदाई मन
शातिर बन गया
मैं अमानुष
देवी नागरानी
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