साँझ अकेली
मैं अलबेली
मेरे सँग सहेली
साँझ अकेली.
मैं भी अकेली
तू भी मेरी सहेली
साँझ अकेली.
सूर्य अस्त है
अस्त शाम नशीली
साँझ अकेली.
म्रगनयनी
किरणें अलबेली
साँझ अकेली!
सिँदूर सजी
दुल्हन-सी नवेली
साँझ अकेली.
तू शरमाए
ज्यूँ दुल्हन नवेली
साँझ अकेली!
इँद्रधनुष
सी सुँदर पहेली
साँझ अकेली!
सूर्य किरण
खेले आँखमिचोली
साँझ अकेली!
महके ऐसे
जैसे चँपा चमेली
साँझ अकेली!
किरणों की तू
है, रानी अलबेली
साँझ अकेली!
म्रगनयनी
मन मन की छोली
साँझ अकेली!
पानी में खेले
चँदा ज्यूँअठखेली
साँझ अकेली!
कौन है बूझे
सँग मेरे पहेली
साँझ अकेली!
देवी नागरानी
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