Kirtivardhan Agarwal
इश्क में अक्सर ऐसा मंजर होता है,
नींद अपनी, ख्वाब तुम्हारा होता है।
चाहत थी, रंग लूँ तुम्हें अपने रंग में,
मेरा दिल, तेरे ही रंग में रंगा होता है।
अ कीर्तिवर्धन
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इश्क में अक्सर ऐसा मंजर होता है,
नींद अपनी, ख्वाब तुम्हारा होता है।
चाहत थी, रंग लूँ तुम्हें अपने रंग में,
मेरा दिल, तेरे ही रंग में रंगा होता है।
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