नर्मदा की धार सा, जीवन गतिमान हो,
नर्मदा के तट जीऊं, वहीं पर अवसान हो।
नर्मदा सी शीतलता, मन का विस्तार हो,
नर्मदा की पवित्रता, नर्मदा का ध्यान हो।
अ कीर्ति वर्द्धन
चित्र नर्मदा तट जबलपुर ग्रामीण क्षेत्र मानव मन्दिर के पास
Powered by Froala Editor
नर्मदा की धार सा, जीवन गतिमान हो,
नर्मदा के तट जीऊं, वहीं पर अवसान हो।
नर्मदा सी शीतलता, मन का विस्तार हो,
नर्मदा की पवित्रता, नर्मदा का ध्यान हो।
अ कीर्ति वर्द्धन
चित्र नर्मदा तट जबलपुर ग्रामीण क्षेत्र मानव मन्दिर के पास
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY