सनातन ने प्रत्येक युग में सबका सम्मान किया,
इस्लाम में तलवार के दम पर कत्लेआम किया।
पशु पक्षी मानव की कल्याण भावना हिन्दू धर्म,
सेवा से धर्मांतरण ईसाईयों ने धर्म बदनाम किया।
प्रकृति को सनातन ने सदा ईश्वर जाना,
भू गगन वायू अग्नि-नीर महत्व पहचाना।
वेद ऋचाओं ने भी जग को संदेश दिया है,
सृष्टि के कण कण को ही भगवान माना।
मानवता मूल धर्म मंत्र सनातन का है,
सब धर्मों का आदर मंत्र सनातन का है।
मन्दिर मस्जिद गुरुद्वारे पर शीश नवाते,
प्रकृति का पूजन भी मंत्र सनातन का है।
गाय को भी हम माता कहते हैं,
पीपल को जीवनदाता कहते हैं।
नदियों को भी माता सा पूजा करते,
सृष्टि के रज कण को ईश्वर कहते हैं।
अ कीर्ति वर्द्धन
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