Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हिन्दी

 
हिन्दी
महज एक भाषा नहीं है हिन्दी
दिल की धडक़न,रगों में
प्रवाहमान लहू हिन्दी
गांधी तो याद होगें
राष्ट्र भक्त एक महात्मा
गांधीजी का अमृत कथन
राष्ट्र भाषा के बिना
राष्ट्र गूंगा हैँ
और भी महात्मा राष्ट्र भक्तों के
जीवित हैँ शब्द
हिन्दी के सम्मान मे
आजादी की लडाई का
हथियार भी थी हिन्दी
देश को एकता के सूत्र मे
पिरोने का आधार हिन्दी
सुभाष चंद्र बोस ने ललकारा
तुम मुझे खू़न दो 
मै आजादी दूंगा
मुर्दा मे जोश भर देने वाली हिन्दी
क्षेत्रीय भाषा को गले लगाने वाली हिन्दी
हिन्दीभाषी मौसी कहते
बहना कहती हिन्दी
सबको विहसकर गले लगाती
ये भारत की आत्मा हिन्दी
दुनिया मे हिन्दी का डंका
विज्ञापन की भाषा हिन्दी
दुनिया जिसे समझती
ये तो गर्व की बात है
हम हैं भारतीय
हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा
बस अब एक ही सपना
उत्सव चलते रहे योहि
 ये कोई आम उत्सव नहीं
राष्ट्र भाषा हिन्दी के सम्मान का
उत्सव है
राष्ट्र, माता और भाषा को
मिलना चाहिए सम्मान
क्यों न देना पड़े आत्मदान
कुसुमित रहे आत्मा
कुसुमित रहे राष्ट्र का जेवर 
जन जन की भाषा हिन्दी
हम भारतीय का यही है तेवर
हिन्दी को मिले 
राजभाषा-राष्ट्रभाषा का सम्मान
अपनी जहाँ मे
गूजता रहे वक्त के आरपार
जय भारतीय .......जय हिन्दी
जय जनगण मनगण का मंगलगान...।।।
डां नन्द लाल भारती

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