Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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माँ-बाप

 

काका क्या ढूढ रहे हो,कुछ खो गया है क्या ?

हाँ बेटा शामू।

बहुत कीमती चीज ।बहुत मन्नतों के नसीब हुई थी।

क्या कह रहे हो काका ?

सच कह रहा हूं शामू ।

ब्याह होते ही बेटा बेगाना हो गया क्या काका शामू बोला।

हां शामू जिसके भरोसे जी रहे थे वही छोड़ दिया मरने के लिए। दो से जीवन शुरू किया था आखिर मे दो ही रहे सुख दुख के साथी।

क्या करोगे काका ?

जीने के लिए संघर्ष और औलाद की तरक्की के लिए दुआ।

वाह रे भारत देश के माँ बाप ?

 

 

 

डॉ नन्दलाल भारती

 

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