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निर्मल रिश्ते

 
निर्मल रिश्ते
ये खुदा  मौत की खबर से
वंचित रखना उन्हें
सगे सम्बन्धित लोग पसंद नहीं जिन्हें
तुम्हें तो पता है
ये रिश्ते के दुश्मन क्या निभायेंगे 
जिन्दगी मे दर्द भरते रहे जो
वही मौत पर
छाती पीट-पीट कर आंसू बहायेगे
ये खुदा इन दुश्मन को
तरक्की बख्शना आत्मा की
दण्ड भी देना एक हो सके तो
किसी के दर्द में उन्हें खुशी न दिखे
बस इतना सा दण्ड
जीवनपथ स्वर्णिम बने उनका भी
हो जाये एहसास जिन्हें अपनी गलतियों का
बना ले जीवन सफल अपना भी
रिश्तों को स्वर्णिम रंग देकर
ये खुदा  मौत की खबर मत पहुंचने देना
बने रहना चाहते हो जो
रिश्ते का दुश्मन.....
सद्बुध्दि देना ये खुदा ताकि
पवित्र बने रहे निर्मल    रिश्ते......
डां नन्द लाल भारती
26/10/2020

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